इस आर्टिकल में हम एक ऐसी अद्भुत बिज़नेस प्रणाली के बारे में जानेगे जिसके द्वारा एक साधारण व्यक्ति भी अपने जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति कम समय में कर सकता है। यहाँ यह समझना भी महत्वपूर्ण है की अलग - अलग लोगों की प्राथमिकताएं भी अलग होती हैं।
अलग - अलग लोगों द्वारा उनके अपने जीवन के लिए चुनी गयी प्राथमिकताएं
यह एक अद्भुत व्यापार है जिसमें एक व्यक्ति स्वंय को एक इंटरप्रेन्योर के रूप में स्थापित कर सकता है। ऐसी इंडस्ट्री जो अपने आप में दो इंडस्ट्रीज को समाये हुए है।
पहली इंडस्ट्री जिसको हम वैलनेस इंडस्ट्री के नाम से जानते हैं और जो विश्व में आज 4.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर यानि की 4 लाख 50 हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर इंडस्ट्री है। यदि इस आंकड़े को भारतीय रुपये में देखें तो यह 337 लाख 50 हजार करोड़। अब आसान भाषा में हम इसे 337 लाख करोड़ भारतीय रुपये का उद्योग मान सकते हैं, जो विश्वभर में वैलनेस इंडस्ट्री के नाम से अपने पंख फैला रहा है।
Wellness Industry in 2019
अब यदि दूसरी इंडस्ट्री की बात की जाए तो इस इंडस्ट्री में विश्वभर से अलग - अलग संस्कृति, भाषा, विचारधारा, उम्र, रंग-रूप, लिंग के लोग शामिल हैं और इस इंडस्ट्री को दुनिया भर के एक्सपर्ट्स ने 21 सदी की सबसे शक्तिशाली, प्रभावशाली और असरदार (डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल) वितरण प्रणाली इंडस्ट्री माना है। जिसे हम नेटवर्क मार्केटिंग / मल्टी लेवल मार्केटिंग / डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के नाम से जानते है। यह प्रणाली किस प्रकार काम करती है और क्या आप वाकई में इसे समझते हैं ? या आप किसी और विचार से प्रभावित भर हैं। इसको हम आगे समझेंगे।
इस इंडस्ट्री में सम्मिलित लोगों की बात करें तो वर्ष 2019 में यह आंकड़ा 119.9 मिलियन था। जोकि होता है 11 करोड़ 99 लाख लोग।
वर्ष 2019 के आकंड़ों के अनुसार नेटवर्क मार्केटिंग या डायरेक्ट सेल्स इंडस्ट्री ने विश्वभर में 180.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार किया। जोकि 18 हजार 500 करोड़ अमेरिकी डॉलर हैं और यदि इसी संख्या को जब हम भारतीय रुपयों में बदलते हैं तो यह 13 लाख 87 हजार 500 करोड़ रूपए होते हैं। तक़रीबन 14 लाख करोड़ भारतीय रूपए।
इस आंकड़ें को बताना इस लिए भी आवश्यक है क्योंकि डायरेक्ट सेलिंग / नेटवर्क मार्केटिंग कंपनीज अपनी टर्नओवर का लगभग 50% से लेकर 70 % तक अपने बिज़नेस प्रमोटर्स को कमीशन के रूप में बाटतीं हैं। तो अगर हम 14 लाख करोड़ भारतीय रुपयों का 50 % भी निकालें तो यह 7 लाख करोड़ भारतीय रूपए होता है।
नोट: इस ब्लॉग / आर्टिकल में 1 अमेरिकी डॉलर का मूल्य 75 रूपए लिया गया है।
नीचे दर्शाये गए चित्र में ऐसे विकसित और विकासशील देश हैं जहाँ नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस तेजी से बढ़ रहा हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की इन सभी देशो की जनसँख्या सिर्फ कुछ करोड़ ही है और इन देशो के वह लोग जिन्होंने नेटवर्क मार्केटिंग को अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए चुना, वह लोग एक अच्छी जीवनशैली जी रहे हैं। भारत की जनसँख्या की बात करें तो आज हम 130 करोड़ से भी अधिक हैं। आज का समय भारत के लिए नेटवर्क मार्केटिंग का सबसे अच्छा दौर माना जा रहा है। इस ब्लॉग की शुरआत में ही मैंने ऐसे कई कारण बताएं हैं जिनकी वजह से यह लोग इस इंडस्ट्री को चुनते हैं। भारत को आज एक SLEEPING GIANT COUNTRY कहा जा रहा है नेटवर्क मार्केटिंग के लिए। अब यह समय इंतज़ार करने का नहीं बल्कि निर्णय लेने का है।
कृपया बताएं इस ब्लॉग को पढ़कर आपको कैसा लगा ? अपने विचार कमैंट्स में लिखें।
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